मैं फिर से हिन्दू राज्य की स्थापना करने आया हूं। मैं फिर से हिन्दू राज्य की स्थापना करने आया हूं।
कैलाशपति उमापति शिवशंभु तू भोले कैलाशपति उमापति शिवशंभु तू भोले
दूसरे जीवों को अनाथ करोगे मंजर इससे भीषण होगा। दूसरे जीवों को अनाथ करोगे मंजर इससे भीषण होगा।
थम सा गया हूँ मैं उन लम्हों में, जब उस हूर को देख लिया था इन आंखों ने, झूम रहा था म थम सा गया हूँ मैं उन लम्हों में, जब उस हूर को देख लिया था इन आंखों ने, ...
ज़िन्दगी इस तरह, मेरी पामाल है, मेरी हर चाल पर, उसकी इक चाल है। लुट गया चैन है, नीं ज़िन्दगी इस तरह, मेरी पामाल है, मेरी हर चाल पर, उसकी इक चाल है। लुट गया...
लहर आती किनारे पर, हमेशा लौट जाती है किनारा यूँ खड़ा है और लहर कुछ कर न पाती है किनारे लहर आती किनारे पर, हमेशा लौट जाती है किनारा यूँ खड़ा है और लहर कुछ कर न पाती ह...